
१८ साल के आमिर को बना दिया गया था आतंकवादी
आमिर अपनी माँ के साथ पुरानी दिल्ली के घर में चित्र साभार: हिन्दू
परवाज़ रहमानी की कलम से
जब वह सिर्फ 18 साल का था
वो गरीब माँ बाप का इकलौता बेटा था उम्र 18 साल पुरानी दिल्ली की घनी आबादी में...
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मौत तो जीती मगर वो हारा नहीं
शहबाज़ अली खान की क़लम से
यूँ तो घर में (ननिहाल में) जब से आँख खुली तबसे उर्दू के ही शायरों मीर, ग़ालिब, दर्द, सौदा और न जाने कितने उर्दू शायरों/ अदीबों का हीज़िक्र सुन सुन...
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हे वीर! तुझे आखिरी विदा
शहरोज़ की कलम से
मैं मुक्तिधाम हूं .रविवार (१२ फरवरी) सुबह से ही मेरे हाथ काँप रहे थे। मेरे आंगन के बरगद, पीपल और नीम भी मौन थे। हरमू (नदी) की हवाएं भी कानों के पास आकर बुक्का फाड़ रो पड़ी...
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संदीप मौर्य की क़लम से
बिहार में इन दिनों लूट मची है। लूट के तरीके भी अजीबोगरीब हैं। अजीबोगरीब इस मायने में कि करोड़ों रुपये का घोटाला हो जाता है और किसी को इसकी भनक तक भी नहीं लगती। आज हम जिस घोटाला की बात कर रहे हैं वह बिहार राज्य प्रशासनिक...
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आशीष कुमार ‘अंशु’ की कलम से
अधिक दिन नहीं हुए, जब दिल्ली के एक राष्ट्रीय अखबार के एमडी पत्रकारों को संबोधित करते हुए कह रहे थे कि इस बार चुनाव में पेड न्यूज ना छापने के संकल्प की वजह से कंपनी को चालिस लाख रुपए का नुक्सान होगा। यह तो...
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